एक तेजस्वी लड़की आत्म-आनंद में लिप्त होने का एक समान दृश्य देखती है। वह अपनी खुशी में इतनी डूबी हुई है कि वह कैमरे को शायद ही कभी देख पाती है। उसकी उंगलियां उसकी गीली सिलवटों पर नृत्य करती हैं, जिससे आनंद का एक क्रेसेंडो बन जाता है। अनफ़िल्टर्ड, कच्चा और दोहराव।