एक कामुक सहपाठी, जो मौखिक ध्यान चाहती है, के साथ कॉलेज वास्तविकता की किरकिरी दुनिया में गोता लगाती है। जब वह एक अच्छी तरह से संपन्न सहपाठी की मर्दानगी को खा जाती है, तो उसका छात्रावास जुनून का केंद्र बन जाता है, जिससे संयम का कोई निशान नहीं रह जाता है। यह कच्चा, बिना फ़िल्टर की इच्छा अपने शुद्धतम रूप में कैद है।