एक आकर्षक सचिव अपने बॉस द्वारा देखे गए एक खिलौने के साथ आत्म-आनंद में लिप्त होती है, जिसे उसके बॉस ने पकड़ लिया है। जैसे ही वह पकड़ती है, उसके बॉस की उत्तेजना भड़क जाती है, जिससे एक भावुक मुठभेड़ होती है। उसे एक संतोषजनक चरमोत्कर्ष से पुरस्कृत किया जाता है, जिससे उसकी सांसें थम जाती हैं और संतुष्टि हो जाती है।