सौतेली माँ की अनुपस्थिति के कारण सौतेले पिता और उसकी 18 वर्षीय बेटी के बीच कड़ी बातचीत हुई। मौखिक सुख में भाग लेने के इच्छुक नहीं होने के कारण, उसने उसे घुटने टेककर अपनी वफादारी साबित कर दी। युवा लड़की ने अपने सौतेले पिताजी की आज्ञा का पालन किया, जिससे एक गहन मुठभेड़ हुई।