मैरी मैक्रे, एक कामुक लोमडी, गुप्त रूप से अपने सौतेले बेटे की आत्म-आनंद देखती है। उससे अनजान, वह असतत रूप से उसके मोती को सहलाती है, उसकी गति को मिरर करती है। एक भावुक, अंतरंग मुठभेड़ को प्रज्वलित करते हुए, जब तक वह शामिल नहीं हो जाता, तब तक उनकी साझा वासना सिमर होती है।