किशोर हिकारू, एक युवा हाइकर, अपनी बिल्ली की गर्मी को संजोती है। वह उत्सुकता से आत्म-आनंद में लिप्त होती है, अपनी संवेदनशील सिलवटों पर नृत्य करती है। जैसे-जैसे वह गहरी होती जाती है, उसकी कराहें तेज़ होती जाती हैं, उसका शरीर परमानंद में छटपटाता रहता है।